Sunday, February 9, 2025

दुनिया के शोर से दूर

दुनिया के शोर से दूर 
एकांत जरूरी है। 
मन की शांति के लिए 
स्वयं को समझने के लिए 
कमियों को दूर करने के लिए 
क्योंकि,
एक दिन की तपस्या से 
नहीं बना कोई बुद्ध, और विवेकानंद 
बल्कि भौतिक जीवन को 
त्याग कर, जिन्होने भी 
अपनाया एकांत 
उन्हें प्राप्त हुआ दिव्य ज्ञान  




भूपेंद्र रावत 

1 comment:

शारीरिक दिव्यांगता: चुनौतियाँ, समाधान और सामाजिक पुनर्वास

 शारीरिक दिव्यांगता: चुनौतियाँ, समाधान और सामाजिक पुनर्वास शारीरिक दिव्यांगता केवल शारीरिक अंगों की सीमितता नहीं है, बल्कि यह सामाजिक स्वीकृ...