मैंने जिया है, जीवन को
गम के दिनों से
मैं हुआ रूबरू
हँसते हुए,
जीवन की चुनौतियों से
मैंने नहीं मानी हार
बल्कि मैंने ज़िंदगी के
हर पल का उठाया
भरपूर लुत्फ
जीने की, कि कोशिश
जीवन की राह पर
मैंने देखें कई मोड
नकाब ओढ़े हुए
और बदलते हुए
चेहरे के साथ
लेकिन नहीं मानी
मैंने हार
आशाओं से भरे
जीवन मे
मैंने सीखा
ज़िंदगी को जीना
क्योंकि मुझे पता था
अभी बहुत कुछ
है शेष, जीवन में
Bahut badhiya
ReplyDelete